सुकन्या योजना में प्रति वर्ष न्यूनतम 250 रूपये जमा करने होते थे, लेकिन अब इस योजना में कुछ बदलाव किये गए है, अब यदि आप किसी कारणवश न्यूनतम 250 रूपये जमा नहीं करा पाते है, तो मैच्योरिटी के समय मिलने वाली राशि के ब्याज दर में कोई भी बदलाव नहीं होगा। यानि की आप डिफाल्टर घोषित नहीं किये जायेंगें।
पहले बच्ची की उम्र 10 साल की हो जाना पर अकाउंट का संचालन स्वयं कर सकती थी। परन्तु नये नियम में इसे बढ़ाकर 18 साल कर दिया है।
अब तीसरी बेटी को भी सेक्शन 80 सी के तहत इनकम टैक्स में लाभ दिया गया है।